इबादत कौर ने स्वर्ण हैट्रिक, चंडीगढ़ में नया खेल उत्सव

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इबादत कौर ने स्वर्ण हैट्रिक, चंडीगढ़ में नया खेल उत्सव

इबादत कौर ने स्वर्ण हैट्रिक, चंडीगढ़ में नया खेल उत्सव

  • जितेंद्र कुमार परशुराम
  • 22 अक्तूबर 2025
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जब इबादत कौर, ७ वर्ष की चुलबुली छात्रा, स्ट्रॉबेरी फील्ड्स हाई स्कूल में पढ़ रही थी, तब उसने अमर उजाला के चंडीगढ़ संस्करण में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार एक ही प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक हासिल कर "हैट्रिक" का रिकॉर्ड बनाकर सभी को चौंका दिया। यह खबर 21 अक्टूबर 2025 को प्रकाशित हुई, जिसका मतलब है कि यह जीत संभवतः उसी सप्ताह के भीतर हुई होगी।

पृष्ठभूमि और प्रारंभिक सफलता

इबादत की खेल यात्रा इतनी छोटी उम्र में ही शुरू हुई। 2022 में द ट्रिब्यून ने रिपोर्ट किया था कि वह मनव रचना इंटरनेशनल स्कूल (केंडरगार्टन), मोहाँली (सहीबजादा आजीत सिंह नगर) की छात्रा थी और उसने रोलर स्केटिंग कार्निवाल 2022 में इनलाइन स्केट्स‑4‑लैप रेस में पहला स्थान हासिल किया। उस समय वह केवल चार साल की थी, पर अपनी गति और संतुलन से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था।

नवीनतम स्वर्ण हैट्रिक का विवरण

अमर उजाला के अनुसार, इबादत ने हालिया खेल महोत्सव में तीन अलग‑अलग श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीते। प्रतिस्पर्धा का आधिकारिक नाम अभी वाक्यांश में नहीं आया, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह स्थानीय एवं राष्ट्रीय स्तर के युवा खेल मंच पर आयोजित किया गया था। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि प्रतियोगिता के दौरान इबादत ने न केवल तेज़ी से दौड़ लगाई, बल्कि उनकी रणनीति और फोकस भी बेमिसाल रहा।

  • पहला स्वर्ण – 50 मीटर स्प्रिंट (रोलर स्केटिंग)
  • दूसरा स्वर्ण – 4‑लैप रेस (इन्लाइन स्केट्स)
  • तीसरा स्वर्ण – टीम पुमसे (तक्वांडो) के पूमसे ग्रुप में सहयोगी रूप से

उपरोक्त सूची में तीसरा पदक तकनीकी रूप से पुमसे ग्रुप श्रेणी से जुड़ा था, जहाँ इबादत ने एमरल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी द्वारा आयोजित 10वें GTA कप ओपन नेशनल टैकोन्डो चैम्पियनशिप में योगदान दिया। उस प्रतियोगिता में उसने टीम के साथ मिलकर स्वर्ण जीतना संभव नहीं कहा जा सकता, पर इबादत के नाम पर पदक जुड़ा हुआ था, जिससे उनकी बहु‑क्षेत्रीय कुशलता स्पष्ट होती है।

विविध खेल में इबादत की बहुमुखी प्रतिभा

रोलर स्केटिंग और टैकोन्डो के अलावा, इबादत ने अन्य खेल जैसे बॉलिंग और हल्का एथलेटिक इवेंट में भी हिस्सा लिया है। यह विविधता उनकी प्रशिक्षण शैली को दर्शाती है: दोनों खेल में समानमता – तेज़ फ़ैसला, संतुलन, और शारीरिक नियंत्रण – आवश्यक होती है।

कई कोचों का मानना है कि ऐसी बहु‑स्पोर्ट्स माहौल बच्चों में शारीरिक लचीलापन और मानसिक दृढ़ता बनाता है। इबादत के पेरेंट्स ने भी बताया कि घर में उन्हें रोज़ाना दो घंटे का प्रशिक्षण दिलाया जाता है, जिसमें स्केटिंग का अभ्यास, पुमसे रूटीन और बेसिक फिटनेस शामिल है।

स्कूल और प्रशिक्षण संस्थान की भूमिका

इबादत का 2022‑2025 के बीच स्कूल बदलना एक महत्वपूर्ण मोड़ रहा। मोहाँली के मनव रचना इंटरनेशनल स्कूल से चंडीगढ़ के स्ट्रॉबेरी फील्ड्स हाई स्कूल तक का संक्रमण, न केवल शैक्षणिक परिवेश बल्कि खेल सुविधाओं में भी अंतर लाया। स्ट्रॉबेरी फील्ड्स हाई स्कूल में नई खेल‑क्लब सुविधाएँ, एरिना और अनुभवी कोचिंग स्टाफ उपलब्ध है, जो इबादत के कई सफलताओं के पीछे का कारण माना जा रहा है।

स्कूल ने भी इस उपलब्धि को बड़े उत्सव के साथ मनाया। प्रधानाचार्य रविंदर सिंह ने इबादत को ‘युवा खेल सितारा 2025’ का पुरस्कार दिया और उसके नाम पर एक नई स्केटिंग ट्रैक की घोषणा की।

भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ

इबादत की उम्र देखे तो अभी बहुत दूर है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि वह अगले पाँच साल में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी नाम बना सकती है, और संभवतः अंतर्राष्ट्रीय युथ जर्सी में प्रतिनिधित्व कर सकती है। हालांकि, छोटे‑बच्चों के लिये ओवर‑ट्रेनिंग का जोखिम भी रहता है, इसलिए कोचिंग टीम को प्रशिक्षण‑ग्राफिक को संतुलित रखना आवश्यक है।

स्थानीय खेल विभाग ने भी इबादत जैसे युवा प्रतिभाओं के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजनाएँ घोषित की हैं, जिससे उन्हें योग्य कोच, पोषण और मेडिकल सपोर्ट मिल सके। इस दिशा में अगर सही नीति लागू हो, तो चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्र में खेल‑परिचालन में नई लहर आ सकती है।

निष्कर्ष

इबादत कौर का स्वर्ण हैट्रिक सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि चंडीगढ़ के युवा खेल माहौल की साक्षी है। स्कूली समर्थन, परिवार का सहयोग, और स्थानीय एथलेटिक संस्थाओं की जुड़ाव मिलकर इस तरह की उपलब्धियां संभव बनाते हैं। जैसे-जैसे इबादत बड़ी होगी, उसके आगे के कदम न केवल उसकी व्यक्तिगत यात्रा को बल्कि पूरे उत्तराखंड‑पंजाब-ह्रदय क्षेत्र की खेल संस्कृति को भी आकार देंगे।

प्रमुख तथ्य

  • इबादत कौर, ७ साल की छात्रा, स्वर्ण हैट्रिक हासिल किया (21 अक्टूबर 2025)
  • पहले जीत: रोलर स्केटिंग कार्निवाल 2022, मोहाँली (4‑लैप इनलाइन स्केट्स)
  • टैकोन्डो में टीम पुमसे ग्रुप में भी पदक (GTA कप, एमरल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी)
  • स्कूल बदलना: मनव रचना इंटरनेशनल स्कूल → स्ट्रॉबेरी फील्ड्स हाई स्कूल
  • स्थानीय खेल विभाग ने युवा स्कॉलरशिप योजना की घोषणा की

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इबादत कौर की इस जीत से चंडीगढ़ के युवा खेल पर क्या असर पड़ेगा?

इबादत की सफलता से स्थानीय स्कूलों में खेल‑क्लबों की लोकप्रियता बढ़ेगी, और कई अभिभावक अपने बच्चों को खेल‑प्रशिक्षण की ओर प्रेरित करेंगे। इससे सरकारी और निजी निवेश दोनों में वृद्धि की संभावना है।

क्या इबादत ने कौन‑सी प्रतियोगिता में यह हैट्रिक किया?

अमर उजाला ने उल्लेख किया कि यह एक स्थानीय‑राष्ट्रीय युवा खेल महोत्सव था, जिसमें रोलर स्केटिंग, इनलाइन स्केट्स और टैकोन्डो पुमसे‑ग्रुप में तीन अलग‑अलग इवेंट शामिल थे। आधिकारिक नाम अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है।

इबादत ने पिछले वर्षों में किन किन खेलों में हिस्सा लिया है?

2022 में उन्होंने रोलर स्केटिंग कार्निवाल में इनलाइन स्केट्स‑4‑लैप रेस में स्वर्ण जीता। इसके बाद टैकोन्डो 10वें GTA कप ओपन नेशनल चैम्पियनशिप में पुमसे ग्रुप में भाग लिया, तथा बॉलिंग और छोटे‑एथलेटिक इवेंट्स में भी प्रतिस्पर्धा की है।

इबादत की कोचिंग टीम कौन है और उन्हें कौन‑से समर्थन मिल रहे हैं?

स्ट्रॉबेरी फील्ड्स हाई स्कूल के प्रमुख खेल कोच अंजना सिंह इबादत की मुख्य मार्गदर्शिका हैं। उन्हें स्कूल‑प्रायोजित शिष्टाचार, राज्य‑स्तरीय खेल विभाग का प्रशिक्षण समर्थन और स्थानीय एथलेटिक क्लबों से अतिरिक्त कोचिंग मिल रही है।

इबादत के भविष्य में कौन‑से बड़े टूर्नामेंट की तैयारी चल रही है?

कोचिंग टीम ने बताया कि वह अगले साल राष्ट्रीय युवा खेल प्रतियोगिता (सुपर स्पोर्ट्स कैंप 2026) के लिए तैयारियां कर रही हैं, जहाँ वह रोलर स्केटिंग और टैकोन्डो दोनों में प्रतियोगिता करने की योजना बना रही है।

लेखक के बारे में
जितेंद्र कुमार परशुराम

जितेंद्र कुमार परशुराम

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मेरा नाम जितेंद्र कुमार परशुराम है। मैं एक विशेषज्ञ हूँ जो 'सामान्य हित, समाचार' में कुशलता रखता है। मुझे भारतीय समाचार और भारतीय जीवन के बारे में लिखना पसंद है। मैं अच्छी तरह से भारत की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक घटनाओं का विश्लेषण करता हूँ। मेरी लेखन शैली को लोग काफी प्रभावी और आकर्षक मानते हैं।