ऑस्ट्रेलिया ने 104 साल बाद दो दिन में इंग्लैंड को हराया, एशेज टेस्ट में ऐतिहासिक जीत

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ऑस्ट्रेलिया ने 104 साल बाद दो दिन में इंग्लैंड को हराया, एशेज टेस्ट में ऐतिहासिक जीत

ऑस्ट्रेलिया ने 104 साल बाद दो दिन में इंग्लैंड को हराया, एशेज टेस्ट में ऐतिहासिक जीत

  • जितेंद्र कुमार परशुराम
  • 23 नवंबर 2025
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दो दिन में एक टेस्ट मैच खत्म करना? ये सिर्फ एक ख्वाब नहीं, बल्कि 1921 के बाद पहली बार सच हुआ। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 2025-26 एनआरएमए इंश्योरेंस मेन्स एशेज टेस्ट के पहले मैच में सिर्फ दो दिन में हरा दिया — ये वो जीत है जिसे इतिहास भूल नहीं पाएगा। ये वो दिन था जब ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 172 रनों पर आउट कर दिया, और उसके बाद ट्रेविस हेड ने 69 गेंदों में शतक लगाकर दुनिया को हैरान कर दिया। जब आखिरी विकेट गिरा, तो स्टेडियम में चीखें नहीं, बल्कि चुप्पी छा गई। लोग बस एक दूसरे की ओर देख रहे थे — क्या हमने वाकई ये देख लिया?

मिशेल स्टार्क: जिसने इंग्लैंड की टीम को धूल चटा दी

इस मैच का सच एक आदमी में था — मिशेल स्टार्क। उन्होंने 10 विकेट लिए। दस। ऐसा करने वाले ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स में वो तीसरे हैं। लेकिन ये सिर्फ आंकड़े नहीं, ये डर का राज था। जब भी वो गेंद फेंकते, इंग्लैंड के बल्लेबाज अपने बल्ले को बचाने के लिए झुक जाते। एक कमेंटेटर ने कहा — “मिच स्टार्क वापस आ गए। उन्होंने इंग्लैंड के सबसे बड़े बल्लेबाज का इंसाइड एज निकाल लिया। ऑफ स्टम्प हिल गया।” और फिर वो विकेट। फिर एक और। दूसरे दिन के अंत तक, इंग्लैंड की टीम बस एक बल्लेबाज और एक बॉल बाकी थी। उन्होंने 197 गेंदों में 172 रन बनाए — ऑस्ट्रेलिया में एशेज के इतिहास में तीसरा सबसे छोटा पहला इनिंग्स।

ट्रेविस हेड: जिसने बैट को बना दिया एक तूफान

लेकिन ऑस्ट्रेलिया की जीत का दूसरा आधार था — ट्रेविस हेड। 69 गेंदों में शतक। ये सिर्फ दूसरा सबसे तेज शतक नहीं, बल्कि एक ऐसा पल था जिसे आज भी लोग बात करेंगे। उनकी गेंदें बस बाउंड्री पर लग रही थीं — एक बार छह रन, फिर एक और छह। कमेंटेटर्स बस दोहरा रहे थे — “ये क्या देख रहे हैं?” “ये तो फिल्म जैसा है!” जब वो आउट हुए, तो पोप ने कैच लिया। उस गेंद को देखकर लगा जैसे धूप निकल गई हो। लेकिन जब वो वापस आए, तो वो अपनी जगह पर खड़े थे। एक बार फिर बार बार बल्ले से जमीन धो रहे थे। ये था “जहां आप थे?” का पल।

104 साल का रिकॉर्ड: जो लोग भूल चुके थे

ये मैच सिर्फ जीत नहीं, एक रिकॉर्ड तोड़ना था। 1921 के बाद पहली बार एशेज में कोई टेस्ट दो दिन में खत्म हुआ। और गेंदों की संख्या के हिसाब से? 1888 के बाद सबसे कम। जब इंग्लैंड की टीम 197 गेंदों में आउट हुई, तो लोगों ने अपने फोन निकाले — क्या ये सच है? टीवी चैनल्स ने वीडियो दोहराए। यूट्यूब पर कमेंट्स बरसे — “मैंने अपने दादा से सुना था, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा कि ये आज होगा।” ऑस्ट्रेलिया को ये जीत 12 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट्स दिलाई। इंग्लैंड को शून्य। ये अंतर अगले चार मैचों में बहुत बड़ा असर डालेगा।

गर्मी के मैचों का भी अर्थ था

गर्मी के मैचों का भी अर्थ था

इस टेस्ट से पहले, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड लायंस के बीच चार दिन का वॉर्म-अप मैच खेला गया। इंग्लैंड लायंस ने 341 और 90/0 से जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 299 और 273 बनाए। लेकिन ये मैच असली नहीं था। ये तो एक अलग दुनिया थी — जहां बल्लेबाज ने 86 रन बनाए, बॉलर ने 3 विकेट लिए। असली टेस्ट में, ये सब बेकार हो गया। जब स्टार्क ने गेंद फेंकी, तो वो बल्लेबाज अपने घर लौट रहे थे।

अगला क्या? एशेज अभी शुरू हुआ है

ये पहला टेस्ट था। पांच में से एक। लेकिन ये एक ऐसा शुरुआती झटका था जिसने इंग्लैंड की आत्मा को तोड़ दिया। उनके बल्लेबाज अब अपने बल्ले को नहीं, बल्कि अपने डर को देख रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने 2021-22 में एशेज जीता था, 2023 में ड्रॉ किया था। अब वो दोबारा अपनी राजधानी बना रहे हैं। अगला मैच अगले हफ्ते होगा — और इंग्लैंड के लिए ये बहुत बड़ा टेस्ट होगा। अगर वो फिर से दो दिन में आउट हुए, तो ये सिर्फ एक टेस्ट नहीं, बल्कि एक युग का अंत होगा।

इतिहास का एक पल

इतिहास का एक पल

क्या आप याद करते हैं, जब ब्रैडमैन ने 334 रन बनाए थे? या जब लॉर्ड टीम ने बॉल बदलने के बाद भी 500 रन बनाए थे? आज का मैच उन्हीं लहरों में आता है। दो दिन में एक टेस्ट। दस विकेट एक बॉलर ने लिए। एक बल्लेबाज ने 69 गेंदों में शतक लगाया। और इंग्लैंड की टीम जैसे बर्फ की तरह पिघल गई। ये वो दिन था जब ऑस्ट्रेलिया ने न सिर्फ जीता, बल्कि इतिहास को फिर से लिख दिया।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्यों इतना खास है दो दिन में टेस्ट खत्म करना?

1921 के बाद से कोई एशेज टेस्ट दो दिन में खत्म नहीं हुआ था। इससे पहले, 1888 में सबसे कम गेंदों में टेस्ट खत्म हुआ था। आज का मैच दोनों रिकॉर्ड तोड़ गया — 197 गेंदों में इंग्लैंड आउट हुआ। ये आधुनिक क्रिकेट का सबसे तेज टेस्ट है।

मिशेल स्टार्क का प्रदर्शन कितना अद्वितीय था?

स्टार्क ने दोनों पारियों में 10 विकेट लिए — ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स में तीसरे नंबर पर। लेकिन ये उनकी गति और निरंतरता ने बनाया। उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को बार-बार बाउंड्री के पार नहीं जाने दिया। उनकी गेंदें बस बल्ले के किनारे से टकराकर विकेट गिरा रही थीं।

ट्रेविस हेड के शतक का क्या विशेष अर्थ है?

69 गेंदों में शतक एशेज इतिहास में दूसरा सबसे तेज है। ये सिर्फ रन नहीं, एक मानसिक जीत थी। जब इंग्लैंड की टीम डर में थी, तो हेड ने उनके डर को बल्ले से चीर दिया। उनकी टाइमिंग और बल्लेबाजी का अंदाज इतिहास में जगह बनाएगा।

इंग्लैंड के लिए ये हार कितनी बड़ी चुनौती है?

इंग्लैंड को शून्य पॉइंट्स मिले, जबकि ऑस्ट्रेलिया को 12 मिले। ये वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बड़ा अंतर है। अगले चार मैचों में अगर वो फिर से इतनी आसानी से आउट हुए, तो उनका टूर्नामेंट खत्म हो सकता है। उनके बल्लेबाजों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी।

अगला टेस्ट कब होगा और कहाँ?

अगला टेस्ट अगले हफ्ते शुरू होगा, लेकिन स्थान अभी घोषित नहीं हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के अन्य घरेलू स्टेडियम्स — जैसे मेलबर्न या सिडनी — की संभावना है। इंग्लैंड के लिए ये टेस्ट उनके आत्मविश्वास का आखिरी आधार बन सकता है।

क्या ये ऑस्ट्रेलिया की एशेज राजनीति को बदल देगा?

हां। ऑस्ट्रेलिया ने 2021-22 में एशेज जीता था, 2023 में ड्रॉ किया था। अब ये शुरुआत उनकी राजनीति को मजबूत कर रही है। अगर वो इस तरह से जारी रखें, तो वो एशेज को अपने नाम करने के लिए दो टेस्ट में जीत सकते हैं। इंग्लैंड के लिए ये एक भयानक शुरुआत है।

लेखक के बारे में
जितेंद्र कुमार परशुराम

जितेंद्र कुमार परशुराम

लेखक

मेरा नाम जितेंद्र कुमार परशुराम है। मैं एक विशेषज्ञ हूँ जो 'सामान्य हित, समाचार' में कुशलता रखता है। मुझे भारतीय समाचार और भारतीय जीवन के बारे में लिखना पसंद है। मैं अच्छी तरह से भारत की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक घटनाओं का विश्लेषण करता हूँ। मेरी लेखन शैली को लोग काफी प्रभावी और आकर्षक मानते हैं।