DC vs CSK: विशाखापटनम के धीमे पिच पर रिशभ पंत की टीम के लिए बड़ी चुनौती

घरDC vs CSK: विशाखापटनम के धीमे पिच पर रिशभ पंत की टीम के लिए बड़ी चुनौती

DC vs CSK: विशाखापटनम के धीमे पिच पर रिशभ पंत की टीम के लिए बड़ी चुनौती

DC vs CSK: विशाखापटनम के धीमे पिच पर रिशभ पंत की टीम के लिए बड़ी चुनौती

  • जितेंद्र कुमार परशुराम
  • 30 अक्तूबर 2025
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रिशभ पंत की Delhi Capitals ने IPL 2024 के शुरुआती दो मैच खो दिए हैं — और अभी तक किसी बल्लेबाज़ ने पांचों दर्जे का स्कोर भी नहीं बनाया। अब उनकी टीम का सामना Chennai Super Kings से हो रहा है, जो टूर्नामेंट की टॉप पर चढ़ चुकी है। यह मुकाबला IPL 2024 का 13वां मैच है, जो Dr. Y S Rajasekhara Reddy ACA-VDCA Stadium, Visakhapatnam में 31 मार्च, 2024 को शाम 7:30 बजे (IST) खेला जाएगा। यह दिल्ली के लिए विशाखापटनम में पहला घरेलू मैच है — और शायद सबसे ज़रूरी।

विशाखापटनम का पिच: बल्लेबाज़ों का स्वर्ग, गेंदबाज़ों का जंगल

इस स्टेडियम पर पिच का रवैया अजीब है। शुरुआत में यह बल्लेबाज़ों के लिए आसान लगता है — बाउंस साफ़, स्ट्रोक प्ले के लिए अच्छा मौका। लेकिन जैसे-जैसे गेंद बूढ़ी होती है, पिच धीमा हो जाता है। Spinners इसी वक्त अपनी ताकत दिखाते हैं। आंकड़े बताते हैं कि यहां औसतन प्रति विकेट 23 रन बनते हैं, और पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम का औसत स्कोर 157-158 है। लेकिन यहां का असली ट्विस्ट है — बाद में ड्यू का असर। शाम के समय नमी जमीन पर चढ़ जाती है, और दूसरी पारी में बल्लेबाज़ों को गेंद जल्दी रोल होती है। इसलिए टॉस जीतने वाला कप्तान शायद फील्डिंग चुने।

CSK की जीत की लहर, DC की बल्लेबाज़ी की खामियां

Chennai Super Kings ने अब तक दो मैच जीते हैं — बैंगलोर और गुजरात के खिलाफ। उनका कप्तान Ruturaj Gaikwad शानदार फॉर्म में है, और MS Dhoni की शांत अगुवाई टीम को नए आयाम दे रही है। दूसरी ओर, Delhi Capitals की बल्लेबाज़ी अभी तक अधूरी है। उनके नंबर 1 बल्लेबाज़ David Warner भी अब तक 40 के आसपास ही रहे हैं। कोई भी बल्लेबाज़ 50 नहीं पहुंच पाया। अगर यह लहर नहीं रुकी, तो टीम का मनोबल बर्बाद हो सकता है।

इतिहास का भार: धोनी, कुलदीप और विशाखापटनम की यादें

यह स्टेडियम भारतीय क्रिकेट के लिए खास है। 2005 में यहीं MS Dhoni ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक (148) बनाया। 2019 में यहीं Kuldeep Yadav ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक ली। अब यहीं दोनों टीमें आमने-सामने हैं। और इतिहास की बात करें तो Chennai Super Kings के पास 29 मुकाबलों में 19 जीत हैं — दिल्ली के लिए यह बोझ बहुत भारी है।

प्लेइंग एलेवन: टीम के फैसले और रणनीति

Delhi Capitals की टीम में रिशभ पंत ने अपने बल्ले के साथ बल्लेबाज़ी बचाने का बोझ लिया है। उनके साथ डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श और ट्रिस्टन स्टब्स जैसे खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका फॉर्म अभी भी अनिश्चित है। गेंदबाज़ी लाइनअप में Kuldeep Yadav और Axar Patel की भूमिका अहम होगी — खासकर जब पिच धीमी होगी।

Chennai Super Kings की टीम में रचिन रविंद्रा, अजिंक्य रहाणे और शिवम दूबे जैसे बल्लेबाज़ हैं, जो अपनी शुरुआत को बरकरार रख सकते हैं। Ravindra Jadeja और MS Dhoni की शांत टैक्टिक्स इस मैच का निर्णायक तत्व बन सकती हैं। गेंदबाज़ी में Mustafizur Rahman की फिल्टर गेंदें और Tushar Deshpande की तेज़ गेंदें दोनों टीमों के लिए खतरा बन सकती हैं।

अगला कदम: टॉस और ड्यू का खेल

यह मैच उस तरह का है जहां टॉस जीतना लगभग जीतने जैसा है। अगर कोई कप्तान फील्डिंग चुनता है, तो वह ड्यू के फायदे का फायदा उठा सकता है। बाद की पारी में गेंद जल्दी रोल होगी, और बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना आसान हो जाएगा। लेकिन अगर पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम 180+ बना दे, तो ड्यू का असर कम हो सकता है। विशाखापटनम पर 200+ का स्कोर सिर्फ दो बार ही बना है — इसलिए टीमों को अपनी रणनीति बहुत सावधानी से बनानी होगी।

क्या यह मैच DC की किस्मत बदल देगा?

दिल्ली के लिए यह मैच बस एक और मैच नहीं है। यह उनकी आत्मविश्वास की परीक्षा है। अगर वे इस मैच में हार गए, तो उनका टूर्नामेंट लगभग समाप्त हो सकता है। लेकिन अगर वे जीत गए, तो यह उनके लिए एक नया शुभारंभ होगा — खासकर जब वे अगले हफ्ते दिल्ली लौटेंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

विशाखापटनम के पिच पर क्यों बल्लेबाज़ों को फायदा होता है?

इस स्टेडियम का पिच शुरुआत में समतल और बाउंसी होता है, जिससे बल्लेबाज़ों को अच्छी तरह से बल्ला चलाने का मौका मिलता है। गेंद तेज़ी से रोल होती है, और बाहरी स्पिन ज्यादा नहीं होता। लेकिन जैसे-जैसे गेंद बूढ़ी होती है, पिच धीमा हो जाता है और स्पिनर्स का असर बढ़ जाता है।

ड्यू का असर इस मैच में कैसे होगा?

शाम के समय नमी के कारण गेंद जमीन पर नहीं रुकती, बल्कि तेज़ी से रोल होती है। यह दूसरी पारी में बल्लेबाज़ों के लिए बहुत फायदेमंद होता है — खासकर जब गेंदबाज़ों को गेंद को फिर से पॉलिश करने का अवसर नहीं मिलता। इसलिए टॉस जीतने वाला कप्तान अक्सर फील्डिंग चुनता है।

क्या दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह मैच बचाव है?

हां। दिल्ली के लिए अभी तक कोई बल्लेबाज़ 50 नहीं बना पाया है, और दो मैच खो चुके हैं। अगर वे इस मैच में हार गए, तो उनकी टूर्नामेंट उम्मीदें लगभग खत्म हो जाएंगी। यह मैच उनके लिए एक नए आयाम की शुरुआत हो सकता है — या अंत।

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम कैसे इतनी मजबूत है?

रुतुराज गैयकवाड़ की शुरुआती बल्लेबाज़ी, अजिंक्य रहाणे की अनुभवी शांति, और धोनी की नेतृत्व क्षमता ने टीम को नए आयाम दिए हैं। साथ ही, जडेजा और मुस्तफ़िज़ुर की गेंदबाज़ी ने टीम को संतुलित किया है। यह टीम अब सिर्फ़ धोनी की नहीं, बल्कि एक सामूहिक प्रयास है।

क्या विशाखापटनम का पिच इस बार अलग होगा?

नहीं। यह स्टेडियम 2019 के बाद वापस आया है, और पिच का व्यवहार उसी तरह रहा है — बल्लेबाज़ी के लिए अच्छा, लेकिन धीरे-धीरे स्पिनर्स के लिए अधिक उपयुक्त। वर्षों से यही ट्रेंड रहा है, और इस बार भी ऐसा ही उम्मीद किया जा रहा है।

क्या रिशभ पंत को इस मैच में बल्ला चलाना होगा?

बिल्कुल। दिल्ली के लिए अब तक कोई बल्लेबाज़ 50 नहीं बना पाया है। रिशभ पंत को न सिर्फ़ अपनी टीम को बचाना है, बल्कि अपने आप को भी बहाल करना है। अगर वे इस मैच में शतक बना दें, तो यह टीम के लिए एक नया मोड़ हो सकता है।

लेखक के बारे में
जितेंद्र कुमार परशुराम

जितेंद्र कुमार परशुराम

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मेरा नाम जितेंद्र कुमार परशुराम है। मैं एक विशेषज्ञ हूँ जो 'सामान्य हित, समाचार' में कुशलता रखता है। मुझे भारतीय समाचार और भारतीय जीवन के बारे में लिखना पसंद है। मैं अच्छी तरह से भारत की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक घटनाओं का विश्लेषण करता हूँ। मेरी लेखन शैली को लोग काफी प्रभावी और आकर्षक मानते हैं।