मध्य‑वायु टकराव: समझें कारण और बचाव के तरीके

हवाई जहाज़ के बीच जब दो या दो से ज़्यादा विमान एक ही जगह पर मिलते हैं, तो उसे मध्य‑वायु टकराव कहते हैं। आमतौर पर ऐसा तभी होता है जब पायलट या कंट्रोलर की जानकारी में कमी आती है। ये टकराव अक्सर हाई‑इंटेंसिटी एयरस्पेस में होते हैं, जहाँ बहुत सारी उड़ानें एक साथ चलती हैं।

आप सोचेंगे कि इतनी उन्नत तकनीक के साथ टकराव कैसे हो सकता है? असल में, कई बार भौगोलिक रेंज, मौसम या मानवीय गलती मुख्य कारण बनते हैं। इसलिए, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और पायलट दोनों को एक-दूसरे के साथ लगातार संपर्क में रहना जरूरी है।

मुख्य कारण क्या हैं?

पहला कारण है कम्यूनिकेशन त्रुटि। यदि पायलट का संदेश सही ढंग से नहीं पहुँचा, तो वह अन्य विमानों की स्थिति समझ नहीं पाता। दूसरा कारण है मैनुअल नेविगेशन पर अधिक निर्भरता। आजकल बहु‑सेंसर सिस्टम होते हैं, पर अगर पायलट ने उन्हें बंद कर दिया तो जोखिम बढ़ जाता है। तीसरा है कॉन्फ्लिक्टिंग फ्लाइट प्लान। जब दो प्लान एक ही ऊँचाई और रूट पर सेट होते हैं, तो टकराव का खतरा बनता है।

कैसे बचें? मुख्य सुरक्षा उपाय

सबसे असरदार उपाय है ट्रैफिक कॉन्फ्लिक्ट एविडेंस सिस्टम (TCAS) का उपयोग। यह सिस्टम स्वचालित रूप से निकटवर्ती विमानों को पहचान कर पायलट को चेतावनी देता है। दूसरा है सही हाई‑एयर वेज़ का पालन। एयरलाइन और कंट्रोलर दोनों को निर्धारित मार्गों से हटना नहीं चाहिए। तीसरा है सख्त संचार प्रोटोकॉल। पायलट को हर निर्देश को दो‑बार दोहराना और कंट्रोलर को क्लियरेंस समझना ज़रूरी है।

एयरलाइन कंपनियों ने भी अपने पायलट प्रशिक्षण में मध्य‑वायु टकराव की सिमुलेशन को शामिल किया है। इससे पायलट वास्तविक परिस्थितियों में जल्दी निर्णय ले पाते हैं। साथ ही, एयरस्पेस मैनेजमेंट में रीयल‑टाइम डेटा शेयरिंग ने टकराव की संभावना को काफी घटा दिया है।

क्या आप जानते हैं कि 1996 में एंजेल्स एयरक्राफ्ट का टकराव और 2002 में एशिया टाइक्स के दो विमानों का टकराव बहुत बड़े नुकसान का कारण बना? इन घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर सुरक्षा मानकों को कड़ा किया। उस समय से सभी बड़े हवाई अड्डे ने टेक्नोलॉजी अपग्रेड और सख्त नीतियां लागू की हैं।

यदि आप यात्रा करने वाले हैं, तो भी आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। बोर्डिंग के समय पायलट की एनीकन और एयरलाइन की सुरक्षा ब्रीफिंग को ध्यान से सुनें। अक्सर, एयरलाइन कुछ विशेष एक्सेसरीज़ जैसे हेल्मेट या एअरबेंडर के बारे में चेतावनी देती है। इन निर्देशों का पालन करने से आप अप्रत्याशित स्थितियों में भी सुरक्षित रहेंगे।

सार में, मध्य‑वायु टकराव एक गंभीर मुद्दा है, पर सही तकनीक और सख्त प्रक्रिया से इसे रोका जा सकता है। पायलट, कंट्रोलर और एयरलाइन सभी को मिलकर काम करना चाहिए। जब सब मिलकर सतर्क रहें, तो आसमान में यात्रा सहज और सुरक्षित बन जाएगी।

क्या यह संभव है कि मध्य-वायु टकराव विमान दुर्घटना का जीवित बच जाएं?

के द्वारा प्रकाशित किया गया जितेंद्र कुमार परशुराम पर 2 अग॰ 2023

मैंने अपने ब्लॉग में चर्चा की है कि क्या ये संभव है कि कोई मध्य-वायु टकराव विमान दुर्घटना में जिंदा बच सके? वैसे तो यह बहुत ही कठिन सवाल है, लेकिन हमें हमेशा आशा रखनी चाहिए क्योंकि चमत्कार हमेशा हो सकते हैं! हाँ, जी हाँ, यह बिलकुल संभव है, भले ही ऐसा होने की संभावना बहुत कम हो, लेकिन नमुमकिन नहीं है। उम्मीद हमेशा जिंदा रखनी चाहिए, चाहे विमान दुर्घटना हो या जीवन की किसी और कठिनाई का सामना। अंत में, हमेशा याद रखें, हमारी सुरक्षा हमारे ही हाथों में है, तो हमेशा सुरक्षित उड़ान की आदत डालें। (आगे पढ़ें)